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दोस्तों जैसा कि आप जानते ही हैं मिर्गी दिमाग से संबंधित एक बीमारी है तथा इस बीमारी में व्यक्ति को अचानक से दौरे पड़ने लगते हैं और जिसकी वजह से वह अपना संतुलन खो बैठता है। इसके अलावा हाथ पैर अकड़ने लगते हैं और शरीर कांपने लगता है। अधिकतर लोग मिर्गी के दौरे पड़ने पर मरीज को गेंदे जूते तथा मौजे की गंदी बदबू सुंघाते हैं जोकि बिल्कुल गलत तरीका है। ऐसे में रोगी को इलाज की अधिक जरूरत होती है। मिर्गी के प्रमुख लक्षणों में बेहोश होना, शरीर लड़खड़ाना, मुंह से झाग निकलना तथा लगातार एक ही तरफ को देखना प्रमुख हैं।
दोस्तों मिर्गी के दौरे पड़ने का मुख्य कारण हमारे शरीर में मौजूद न्यूरॉन्स द्वारा दिमाग को सही तरह से सिग्नल ना देने के कारण होता है। इसके अन्य कारणों में ज्यादा शराब का सेवन करना, ब्रेन ट्यूमर, सिर पर गंभीर चोट लगना, लकवा तथा दिमाग में ऑक्सीजन की कमी के कारण भी मिर्गी का दौरा पड़ता है। इस बीमारी में पीड़ित व्यक्ति को 30 सेकंड से लेकर 2 मिनट तक दौरा पड़ता है और सभी सुध बुध खोकर वह बेहोश हो जाता है तथा इसका असर शरीर के किसी एक हिस्से पर पड़ता है जैसे कि चेहरा, हाथ या पांव इत्यादि। ऐसे में आज हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से बताएंगे कि मिर्गी पड़ने पर क्या करना चाहिए। तो आइए जानते हैं-
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- अगर रोगी घायल है तो उसे धीरे-धीरे जमीन पर रखें ताकि उसे और चोट ना लगे।
- जब दौरा आना बंद हो जाए तो मरीज को ऊपर दिए गए चित्र के अनुसार रिकवरी पोजिशन पर लेटा दें।
- अगर रोगी को मिर्गी का दौरा 5 मिनट से अधिक देर तक आता रहे तो आप तुरंत एंबुलेंस बुलाएं या फिर नजदीकी डॉक्टर को दिखाएं।
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