संतरा खाने के ढेरों फायदों के बारे में तो आपने सुना होगा, लेकिन क्या आपको संतरे के ज़्यादा इस्तेमाल से होने वाले नुकसान के बारे में पता है अगर नहीं तो ये ख़बर आपके काम की है. संतरे में फैट, कोलेस्ट्रॉल और सोडियम की मात्रा न के बराबर होती है। इसके अलावा इस फल में 170 से ज्यादा फाइटोकेमिकल्स और 60 से ज्यादा फ्लेवोनोइड्स हैं, जो अपने सूजन को दूर करने वाले और एंटीऑक्सीडेंट प्रभावों से भरपूर हैं। इस प्रकार, ये रोगों का मुकाबला करते हैं, पोषण प्रदान करते हैं और उम्र बढ़ने के प्रभावों का सामना करते हैं। इस खट्टे फल के अधिकांश स्वास्थ्य लाभों के लिए इसमें मौजूद उच्च विटामिन सी सामग्री को जिम्मेदार ठहराया गया है।
संतरे को हाथ से छीलने के बाद इसकी फांकों को अलग कर के चूसकर खाया जा सकता है। संतरे का रस निकालकर पीया जा सकता है। संतरा ठंडा, तन और मन को प्रसन्नता देने वाला है। उपवास और सभी रोगों में संतरा खाया जा सकता है। जिनकी पाचन शक्ति खराब हो, उनको संतरे का रस गुनगुने पानी में मिलाकर देना चाहिये।
संतरे एंटीऑक्सिडेंट और विटामिन सी के अच्छे उत्पादक होते है। जो कि कैंसर के कीटाणूओं का प्रतिरोध करने में मदद करते है। संतरे और अन्य खट्टे फलों में डी-लिनोनेन योगिक होते है जो कि कोलेन कैंसर, फेफड़ों के कैंसर, त्वचा कैंसर, स्तन कैंसर के विरूध हमारे स्वास्थ्य की रक्षा करते है। विटामिन सी कोशिकाओं को हानिकारक तत्वों से होने वाले नुकसानो से बचाता है।
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